🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍
Jo Aashiq Mast Fakeeri Ke lyrics
लाल दास भजन लिरिक्स Lal das
जो आशिक़ मस्त फ़कीरी के,
दुनिया से मोहब्बत कम रखते हैं।
जिसे रात - दिन लव लागी,
वह देह की सुध भी परहरते है॥
पारस पड़ा है पास जिनके,
चाँदी सोना का क्या करना।
जब चाहे तब सोना है,
भण्डार को भरकर क्या करना॥
समझ बूझ सयाने बन सन्तो,
हाल दिवाने फिरते हैं।
ताक़त होने पर भी तकलीफ़,
वो बेपरवाह सहते हैं॥
फ़रियाद नहीं करते वो किसी से,
ख़ुद की आन बान में बसते हैं।
लेकर वो नाम निरञ्जन का,
अपनी काया को कसते हैं॥
ये हाल है मस्त फ़कीरों का,
फिर और तो बातें करते हैं।
विद्वान विचरते हैं बस्ती में,
वो मस्त अकेले फ़िरते है॥
जिसे कैफ़ (नशा) चढ़ा केवल का,
उसे और असर नहीं करता है।
ब्रह्म रूप होने पर देह को,
अपनी मौज से तजते है॥
'लाल' कहे ये है खुद मस्ती,
और मस्ती सब ऊपर की है।
वो कृष्ण कृपा बिन नहीं मिलती,
वो मस्ती सद्गुरु के घर की है॥
🚩निरंजनी अद्वैत सेवा संस्थान भाँवती🙏🏻
🎙️ नारायण स्वामी Narayan Swami