🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Chadriya Jhini Re Jhini Kabeer
चदरिया झीनी रे झीनी,
राम नाम रस भीनी...........
अष्ट कमल का चरखा बनाया,
पाँच तत्व की पूनी,
नौ-दस मास बुनन को लागे,
मूरख मैली किन्ही॥
जब मोरी चादर बन घर आई,
रंगरेज को दीन्हि।
ऐसा रंग रंगा रंगरे ने,
के लालो लाल कर दीन्हि॥
चादर ओढ़ शंका मत करियो,
ये दो दिन तुमको दीन्हि।
मूरख लोग भेद नहीं जाने,
दिन-दिन मैली कीन्हि॥
ध्रुव प्रह्लाद सुदामा ने ओढ़ी,
शुकदेव ने निर्मल कीन्हि।
दास कबीर ने ऐसी ओढ़ी,
ज्यूँ की त्यूँ धर दीन्हि॥
🎙️अनूप जलोटा Anoop Jalota