🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂 

राम  नाम  भजियो  नहीं, नहीं किया हरि सूं हेत।

अब पछिताये क्या होत है, चिड़िया चुग गई खेत॥

Govindo gayo nahi kai kamayo bawre kabeer

गोविन्दो  गायो  नहीं  रे, कईं   कमायो   बावरे॥


हिन्दू  होकर  पीपल  काटे, खर्च कन्या रो खाय।

मुस्लिम होकर ब्याज कमावे, जड़ा मूल से जाय॥


अहरण  की  चोरी  कीन्हीं, करे  सुई  को  दान।

चढ़ चौबारे झाँक रियो तू, अब न आयो बिमान॥


गंगा  न्हायो  तू  गोमती  रे, चढ्यो  गढ़  गिरनार।

बंजारे   को   बैल   सरीखो, गयो  जमारो  हार॥


आंकड़े  को  पेड़  लगायो, खायो चावे  आम रे।

जो तू सुख चावे प्राणी, भज ले हरि को नाम रे॥


पत्थर की  तो  नाव बनाई, उतरियो चावे पार रे।

कहत कबीर सुनो भाई साधो, डूबेगा मँझधार रे॥