🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Garva na keeje bawre Malook Das
गर्व न कीजे बावरे, हरि गर्व प्रहारी।
गर्वहिं ते रावन गया, पाया दुःख भारी॥
जरन खुदी रघुनाथ के, मन नाहिं सोहाती।
जाके जिय अभिमान है, ताकी तोरत छाती॥
एक दया और दीनता, ले रहिये भाई।
चरन गहो जाय साध के, रीझे रघुराई॥
यही बड़ा उपदेस है, परद्रोह न करिये।
कहैं मलूक हरि सुमिरके, भवसागर तरिये॥