🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Guru data maine Avgun bahut liya kabeer
मैं अपराधी जन्म का, नख शिख भरे विकार।
तुम दाता दुखभंजना, सुनियो मेरी पुकार॥
अवगुण मेरे बापजी, बख्शो गरीब निवाज।
जो मैं पूत कपूत हूँ, तोहि पिता को लाज॥
गुरु दाता मैंने अवगुण बहुत किया।॥
नवदस मास मैं झूल्या गर्भ में, मात ने दुख दिया॥
जतरा पाँव मैं धारया धरण पे, जतरा जीव मर्या।
ज्यों ज्यों पाँव धर्या धरती पे, पग पग पाप किया।
जतरी त्रिया मैं देखी नज़र से, मनसा पाप किया॥
पाप कपट की बांधी गठरियां, सिर पर बोझ लिया।
कह कबीर सुनो गुरु दाता, अबके अवगुण मेरा माफ किया।