🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Gur Ke Charan Ji Ka Nistara Nanak
नानक गुरबानी Shabad Gurbani Lyrics
गुरु के चरन जी का निस्तारा।
समुद्र सागर जिन छिन में तारा॥
कोई हुआ कर्म व्रत कोई तीर्थ नहाया।
दासन ने हर का नाम ध्याया॥
बन्धन काटनहार स्वामी।
जन नानक सिमरै अन्तरजामी॥
🚩निरंजनी अद्वैत आश्रम भाँवती🥀
🎙️सरबजीत सिंह Sarabjeet Singh