🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
kahan Karu Vaikuntha Jay Parmanand
कहाँ करूँ वैकुण्ठ ही जाय॥
जहाँ नहीं नन्द, जहाँ नहीं यशोदा,
जहाँ न गोपी ग्वालन गाय॥
जहाँ नहीं जल जमुना को निर्मल,
और नहीं कदम्ब की छाय॥
परमानन्द प्रभु चतुर ग्वालिनी,
ब्रजरज तज मेरी जाएँ बलाय॥
जय श्री गुरु महाराज जी की🙏🏻
🎙️पं०जसराज Pt. Jasraj
🎙️साधना सरगम Sadhna Sargam