🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Kaisi Aarti Hoye Gagan Me thal
नानक गुरबानी Nanak Gurbani Aarti
कैसी आरती होई भवखंडना तेरी आरती॥
गगन मै थाल रवि चंद दीपक बने।
तारिका मण्डल जनक मोती॥
धूप मलआनलो पवन चँवरो करे।
सगल बनराई फूलन्त जोती॥
अनहद सबद बाजन्त भेरी।
सहस तव नैन नन नैन है तोहि कउ॥
सहस मूरति नना एक तुही
सहस पद बिमल नन एक पद गंध बिन
सहस तव गंध इव चलत मोही
सब महि जोति जोति है सोइ।
तिसकै चानणि सब में चानणु होइ।
गुर साखी जोति परगट होई।
जो तिसु भावै सु आरती होई॥
हरिचरण कँवल मकरंद लोभित मनो,
अनदिनो मोहि आही पिआसा।
किरपा जल देहि नानक सारंग कउ,
होइ जा ते तेरै नाइ वासा॥
🎙️सतविंदर सिंह Satwinder Singh