🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Koi Bole Ram Ram Nanak Gurbaani
कोई बोले राम राम कोई खुदाये।
कोई सेवै गुसैया, कोई अल्लाहे॥
परमात्मा तो एक ही है, पर कोई उसे राम-राम बोल रहा है और कोई खुदा कह रहा है। कोई गुसाँई की उपासना करता है और कोई अल्लाह की बंदगी कर रहा है।
कारण करण करण करीम।
कृपाधार तार रहीम॥
सबकी रचना करने वाला वह परमपिता बड़ा दयालु, कृपा का घर एवं रहमदिल है।
कोई नहावे तीरथ, कोई हज जाए।
कोई करे पूजा, कोई सिर निवाये॥
कोई तीर्थों पर स्नान करता है तो कोई हज करने के लिए मक्का जाता है। कई पूजा-अर्चना करते है तो कोई सिर झुका कर सिज़दा करता है।
कोई पढ़े वेद कोई कतेब।
कोई ओढ़े नील कोई सफ़ेद॥
कोई वेद पढ़ता है तो कोई क़ुरान पढ़ता है। कई नीले वस्त्र पहनते हैं, कोई सफेद वस्त्र धारण करता है।
कोई कहे तुर्क कोई कहे हिन्दू।
कोई वांछे भिस्त कोई सुरबिंदू॥
कोई स्वयं को मुसलमान कहते हैं और कोई स्वयं को हिन्दू कहते हैं। कोई बिहिश्त (जन्नत) की तमन्ना करता है तो कोई स्वर्ग की कामना करता है॥
कहो 'नानक' जिन हुक्म पछाता।
प्रभु साहेब का तिन भेद जाता॥
हे नानक! जिसने प्रभु के हुक्म को पहचान लिया है, वास्तव में वही प्रभु को जान पाते हैं और उनका ही भेद (अज्ञान) नष्ट होता है।
यह श्री गुरु अर्जुनदेव जी की रचनाओं में से एक बेहद लोकप्रिय शब्द है और बिना किसी अनुवाद के समझने में भी बहुत आसान है। इसमें विभिन्न धर्मों के अन्तर की व्याख्या शामिल है, फिर भी उत्तम उन्हीं को कहा गया है; जो सद्गुरु स्वामी की आज्ञा के अनुसार आध्यात्मिक पथ पर चलते हैं।
🚩 जय श्री गुरु महाराज जी की 🙏🏻
🎙️सतविंदर सिंह Satwinder Singh
🎙️हरगुन कौर Hargun Kaur
मैथिली ठाकुर Maithili Thakur