🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Onkaar Dharat Dhyaan Mansingh ji
ओंकार धरत ध्यान, प्रेम प्रीति जोई॥
सर्वाधार निर्विकार पार न पावे कोई।
पार पाय फिर न आय, जाय मिलत सोई॥
चारों वेद नेति कहे, अक्षर नहिं कोई।
बावनअक्षर बीच देखो असल अक्षर वोई॥
जोगी जन धरत ध्यान जोवत नित सोई।
बावन अक्षर परे देख, तेरा तूही होई॥
शब्दमात्र जानो नांय ॐरूप विभु कहाय।
मानसिंह निश्चय मांय सहज सुरति पोई॥
🚩निरंजनी अद्वैत आश्रम भाँवती🥀
🎙️रामचन्द्रजी गोयल Ramchandra Goyal