🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Aisi Laal Tujh Bin Kaun Kare Ravidas
रविदास सबद गुरबानी Shabad Gurbaani
ऐसी लाल तुझ बिन कौन करै॥
हे लाल ! (प्रभु) तुम्हारे बिना कौन ऐसा कृपालु है जो भक्त के लिए लाल (आनन्द) अर्थात् इतना कुछ कर सकता है।
गरीब निवाज गुसैया मेरा माथै छत्र धरै॥
हे दीनों के नाथ, दीनदयालु आप ही ने मेरे माथे पर कृपा रूपी छत्र धरा है।
जाकी छोत जगत को लागै, ता पर तुही ढरै॥
जिसकी छुआछूत संसार लगती अर्थात् करता है, उस पर आप ही द्रवित होने वाले हो।
नीचउ ऊँच करे मेरा गोबिन्द, काहू ते न डरै॥
मेरे स्वामी नीच को ऊँचा कर देते हैं, वो किसी से नहीं डरते।
नामदेव कबीर त्रिलोचन, सजना सैन तरै॥
तुम्हारी दया से नामदेव, कबीर जैसे जुलाहे, त्रिलोचन जैसे सामान्य, सजना जैसे कसाई और सैन जैसे नाई संसार से तर गए।
कह रविदास सुनो रे संतो हरिजीउ ते सबै सरै॥
रैदास कहते हैं; हे संतों, सुनो ! हरि जी सब कुछ करने में समर्थ हैं। वे कुछ भी सकते हैं।
🚩श्री निरंजनी अद्वैत आश्रम भाँवती🙏🏻
🎙️अमृता कौर Amrita Kaur
🎙️ सतविंदर सिंह Satwinder Singh