🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Ek Achmbha Dekha Re Bhai Kabeer
उलटवासी Ulatvasi उलटबोध lyrics
एक अचम्भा देखा रे भाई!
ठाढ़ा सिंह चरावै गाई॥
पहले पूत पीछे भई माई।
चेला के गुरु लागे पाई॥
जल की मछली तरुवर ब्याई।
पकरि बिलाई मुरगै खाई॥
बैलहि डारि गूंनि घरि आई।
कुत्ता कूँ लै गई बिलाई॥
तलकर शाखा ऊपर कर मूल।
बहुत भाँति जड़ लागे फूल॥
कहत कबीर या पद को बूझै।
ताकूँ तीनों त्रिभुवन सूझै॥
🎙️मधुप मुद्गल Madhup Mudgal