🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂 

Udho Karman ki gati nyari Soordas 


ऊधौ  कर्मन  की  गति  न्यारी।

सब नदियाँ जल भरभर रहियाँ सागर केहिबिध खारी॥


उज्ज्वल पंख दिये बगुला को, कोयल केहि गुन कारी।

सुन्दर नयन  मृगा को दीन्हे, बन-बन  फिरत  उजारी॥


मूरख  मूरख  राजे  कीन्हे, पण्डित  फिरत  भिखारी।

सूर श्याम  मिलने की आसा, छिन-छिन बीतत भारी॥