🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂 

Aali re mere naina ban padi meera

आली रे मेरे नैणा बाण पड़ी॥


चित्त चढ़ी मेरे माधुरी मूरत, 

चित्त चढ़े वही साँवरी सूरत उरबिच आन अड़ी।

कब तक ठाढ़ी पंथ निहारूँ, अपने भवन खड़ी॥


कैसे प्राण पिया  बिनु राखूँ, जीवन मूल जड़ी।

मीरा गिरिधर हाथ बिकानी, लोग कहैं बिगड़ी॥