🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂 

Aao ram daya kar mere Dadu Dayal 

सेवक की रक्षा करे सेवक के प्रतिपाल।

सेवक  की  बांहे चढ़े, दादू दीनदयाल॥


आओ  राम   दया   कर   मेरे। 

बार    बार    बलिहारी    तेरे॥


विरहिनी  आतुर  पन्थ  निहारै।

राम  राम   कह  पीव  पुकारै॥ 


पन्थी    बूझे    मारग    जोवै। 

नैन  नीर  जल  भर भर  रोवे॥


निशदिन   तलफै   रहै  उदास।

आतम   राम    तुम्हारे   पास॥


वपु विसरै तन की सुधि नाहीं।

दादू  विरहिनी   मृतक  मांहीं॥


हे राम ! दया करके आप मेरे यहां पधारिये, मैं बार-बार आपकी बलिहारी जाती हूं आपकी वियोग व्यथा से व्याकुल विरहनी आपका मार्ग देख रही है। राम-राम उच्चारण करते हुये आप प्रियतम को पुकार रही है। बारंबार संत-पथिकों से आपके समाचार पूछती है और मार्ग देखती है। नेत्रों में अश्रु जल भर-भर कर रुदन करती है। हे आत्म स्वरूप राम ! आप तो व्यापक हैं, इससे आपके पास ही तो रात्रि-दिन खिन्न होकर तड़फती रहती है, स्थूल व सूक्ष्म देह' का अध्यास भूल गई है, यह विरहनी तो जीवित मृतक हो चुकी है।