🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Are bap re bap shiv barat Narayan
अरे बाप रे बाप।
कइसन कइसन भूत प्रेत, कइसन कइसन साँप॥
चलले पराइ कौनो लेवे जनि चाँप।
तरवा चटक ले, करेजा उठल काँप॥
छूटेला पसीना सांस टूटे हाँफ हाँफ।
माई बाबू पूछे लगलन आँचर से झाँप॥
ना जानी नगर के कवन उदय भइले पाप।
प्राण बचे आज कवन पुण्य के प्रताप॥
शिव के बरात के विचित्र परल छाप।
नगरी सुनसान भइल लागे खुटिया खाप॥
कोई करे भय से विलाप औ प्रलाप।
कोई करे आँखि मूंदि राम नाम जाप॥
कहेलन नारायण मिटी, सब कर सन्ताप।
शिव जी दयालु दीहैं, उथपल के थाप॥