🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Amarapur Le Chalo Ho Sajna Kabeer
प्रेम न बाड़ी उपजै, प्रेम न हाट बिकाय।
राजा प्रजा जो रुचै, शीश देय ले जाय॥
अमरपुर ले चलो हो सजना॥
अमरपुरी की साँकर गलियाँ,
अड़बड़ है चलना।
ठोकर लगी गुरु ज्ञान शब्द की,
उघर गये सपना॥
वाही अमरपुर लागि बजरिया,
सौदा है करना।
वाही अमरपुर संत बसत हैं,
दरसन है लहना॥
सन्त समाज सभा जइहै बैठी,
वही पुरुष अपना।
कहे कबीर सुनो भाई साधो,
भवसागर है तरना॥
जय श्री गुरु महाराज जी की🙏🏻
🎙️छन्नूलाल मिश्र Chhanulal Mishra
🎙️ शुभा मुद्गल Shubha Mudgal