🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Ab meri nigahon me janchta koi nahi
अब मेरी निगाहों में तो जँचता नहीं कोई।
जैसे मेरे सरकार है, ऐसा नहीं कोई॥
ऐ ज़र्फ़-ए-नज़र देख मगर देख अदब से।
सरकार का जल्वा है, तमाशा नहीं कोई॥
ये तो मेरा ईमान है, ऐ रहमत-ए-आलम।
फ़रियाद तुम्हारे सिवा, सुनता नहीं कोई॥
तुम-सा तो हसीं आँख ने देखा नहीं कोई।
ये शान-ए-लताफ़त है कि साया नहीं कोई
ये तूर से कहती है अभी तक शब-ए-मेराज
दीदार की ताक़त हो तो परवाह नहीं कोई॥
सरकार की रहमत ने ख़ूब नवाज़ा है,
ये सच है कि तेरी चौखट से हटता नहीं कोई।
ये सच है कि ख़ालिद सा निकम्मा नहीं कोई॥