🕉️श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Agar hai Shauq Milne ka
मंसूर अली Mansoor Ali
अगर है शौक़ मिलने का,
तो हरदम लौं लगाता जा।
जलाकर खुदनुमाई को,
भस्म तन पर रमाता जा॥
पकड़ कर इश्क की झाडू,
सफ़ा कर हिज्र-ए-दिल को।
दुई की धूल लेकर,
मुसल्ले पर उड़ाता जा॥
मुसल्लह फाड़ तसबीह तोड़,
किताबें फेंक पानी में।
पकड़कर दस्त फ़रिश्तो का,
गुलाम उनका कहाता जा॥
न रख रोज़ा न मर भूखा,
न जा मस्ज़िद ना कर सिज़दा।
वज़ू का तोड़ दे कूज़ा,
शराब ए शौक पीता जा॥
न हो मुल्ला न हो ब्राह्मण,
दुई की छोड़कर पूजा।
हुक्म है शाह कलंदर का,
अनलहक तू कहाता जा॥
कहे मंसूर मस्ताना
मैंने हक दिल में पहचाना।
वही मस्तों का मयखाना,
उसी के बीच आता जा॥
🚩अद्वैत सेवा संस्थान भाँवती🙏🏻
🎙️हनुमान सहाय जी बनस्थली
Hanuman Sahay Bansthali