🕉️🎯 👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂 

Agar Nath Dekhoge Avgun Hamare 

अगर  नाथ   देखोगे  अवगुण  हमारे।

हम  कैसे   भव   से  लगेंगे   किनारे॥


हमारे  लिए   क्यों   देरी   किए   हो।

गणिका अजामिल  तो  पल में उबारे॥


पतितों को पावन है करते कृपानिधि।

किए पाप है  किस  सुयश के सहारे॥


माना अधम  है  अपावन  कुटिल है।

सबकुछ है लेकिन है भगवन तुम्हारे॥


ये मन होगा निर्मल तुम्हारी कृपा से।

इसे  शुद्ध  करने   में  राजेश  हारे॥