🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Un Santan Ki Seva kar Man
Sundardas Bhajan सुन्दरदास
बालातन से हरि भजे, जग से रहत उदास।
'नानक' ऐसे सन्त की, तीरथ करता आस॥
उन सन्तन की सेवा कर मन,
जिनको आन भरोसा नाहीं,
भजे निरंजन देवा॥
जीवन्मुक्त फिरे या जग में,
उलझे को सुलझेवा
शील सन्तोष सदा उर जाके,
राम नाम का लेवा
जिनके चरणकमल को वंदित,
गंगा यमुना रेवा।
'सुन्दरदास' उन ही की संगत,
मिलत अलख अभेवा॥
🚩श्री निरंजनी अद्वैत आश्रम भाँवती🙏🏻