💥🌻श्री हरिपुरुषाय नमः🌻🌷
Rakh Man Guru Charanan Chitt Dhari
रख मन गुरु चरणन चित्त धारी।
तेरो पातक होय निवारी॥
शील सन्तोष सदा उर धारो, गुरुभक्ति है प्यारी।
असंख्य युगों के संशय हरके, आनंद होय अपारी॥
जीवां खातिर जग में आया, नरतन ले अवतारी।
मल विक्षेप आवरण मेटे, दुविधा हरली सारी॥
वेद पुराण शास्त्र सब गावे, जाकी महिमा भारी।
शेष महेश गणेश रटत है, ब्रह्मा वेद उचारी॥
क्यों कल्पै भवसिंधु मांही, सुध बुध भूल्यो सारी।
वचनयथार्थ सुन सद्गुरु के पल में होय भवपारी॥
भक्ति बिन मुक्ति न होवे, पच पच मरै अनारी।
कहे भेंरुरामजी समझकर लीजे भक्ति सदा सुखकारी॥
🚩 जय श्री गुरु महाराज जी की 🙏🏻🥀