💥🚩श्री हरिपुरुषाय नमः🌻🌷
राम भजन का सोच क्या, करता होइ सो होइ।
'दादू' राम सँभालिये, फिर बूझिये न कोइ॥
दुःख दरिया संसार है, सुख का सागर राम।
सुख सागर चलि जाइये, 'दादू' तज बेकाम॥
Pandit Ram Mile So Kije
पंडित राम मिलै सो कीजै।
पढ़-पढ़ बेद पुराण बखाने,
सोइ तत्त्व कह दीजै॥
आतम रोगी बिषय व्याधी,
सोई कर औषध सारा।
परसत प्राणी होइ परम सुख,
छूटै सब संसारा॥
ऐ गुण इन्द्रिय अग्नि अपारा,
ता सन जले सरीरा।
तनमन सीतल होइ सदासुख
सो जल न्हाओ नीरा॥
सोई मार्ग हमहिं बताओ,
जेहि पंथ पहुँचै पारा।
भूल न परै उलट न आवै,
सो कुछ करहुँ बिचारा॥
गुरु उपदेस देहु कर दीपक,
तिमिर मिटै सब सूझै।
'दादू' सोई पण्डित ग्याता,
राम मिलन की बूझै॥