🕉️🎯श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Kaahe Re Ban Khojan Jayi
Nanak Shabad Gurbani
काहे रे! बन खोजन जाई।
सरब-निवासी सदा अलेपा,
तोही सङ्ग समाई...........
पुहुप मध्य ज्यों बास बसत है,
मुकुर माहिं जैसे छाँई।
तैसे ही हर बसे निरन्तर,
घट ही खोजहु भाई॥
बाहर भीतर एको जानहुँ,
इह गुरु ज्ञान बताई।
जन नानक बिनु आपा चीन्हें,
मिटै न भ्रम की काई॥
🚩जय श्री गुरु महाराज जी की 🙏🏻
🎙️ गुलाम अब्बास खां Ghulam Abbas khan