🕉️🎯👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂

Gayori  Main Gunnidh Mangal Gayo

`गायो री मैं गुणनिधि मंगल गायो॥`

भले  संजोग  भले  दिन  अवसर,

जो  गोपाल  रिझाओ॥

सन्तन चरन मोरलो (मेरा) माथा।

हमरे  मस्तक  सन्त  धरे  हाथा॥

सन्तों के चरणों में मेरा मस्तिक सदा नतमस्तक रहता है और मेरे सिर ऊपर उनका सिद्ध हस्त।

साधु    मन्त्र    मोरलो   मनुआ।

ताते   गत   होए   त्रै   गुनीआ॥

साधु-महापुरुषों के वचन ही मेरे मन ने मन्त्र मान लिया है। यह अद्भुत मन्त्र साधक को त्रिगुणातीत स्थिति पहुँचा देता है।

भगतन  दरस   देखि  नैन  रंगा।

लोभ   मोह   टूटे   भ्रम   संगा॥

भक्तों के दर्शन से मेरा मन प्रेम रंग से भर जाता है। इनके दर्शनमात्र से लोभ मोह इत्यादि भ्रम भाग जाते हैं।

कहुँ नानक सुख सहज अनन्दा।

खोल  भीति  मिले  परमानन्दा॥

अज्ञान रूपी भीत (परदा) हटाने पर भीतर ही सहज परमसुख आनन्द प्राप्त होता है।


गुरबानी नानक सबद Gurbaani Nanak Shabad 

🚩जय श्री गुरु महाराज जी की 🙏🏻