🕉️श्री हरिपुरुषाय नमः🚩

Aise Ram Niranjan Raya

ऐसे   राम   निरंजन   राया।

शोभा अनन्त कही नहि जावे, 

बाजा अनहद भाया॥


काया कोट  बन्यो  बिन टांची,

कली  न  चूनो  लाया।

कर्ता   पुरुष    भये  कारीगर,

नख शिख सोध बनाया॥


यामें   एक    विदेही   पुरूषा,

इंगला पिंगला रानी।

सुखमण सदा सुहागन सुंदरी, 

मोक्ष मुक्ति जहँ जानी॥


निर्भय राज करत अविनाशी, 

जहाँ चित्त चाकर लाया।

जन हरिराम छोड़ हद बासा,

बेहद बास बसाया॥

Jan Hariram Bhajan 

🚩निरंजनी अद्वैत आश्रम भाँवती🥀