🕉️👌🏻श्री हरिपुरुषाय नमः🌍🫂
Aaram Ke Saathi The Kya Kya
🎼 Bindu Bhajan बिन्दु भजन
आराम के साथी थे क्या क्या,
जब वक्त पड़ा तब कोई नहीं।
सब दोस्त है अपने मतलब के,
दुनिया में किसी का कोई नहीं॥
जब पैसा हमारे पास में था,
तब दोस्त हमारे लाखो थे।
जब वक्त पड़ा मुश्किल का,
तब पूछने वाला कोई नहीं॥
माँ बाप तिरिया और पुत्रवधु,
मतलब के है सब ही नाते।
कोई साथ नहीं चलता आखिर,
दुनिया में किसी का कोई नहीं॥
जब हँसने वाले लाखो थे,
अब रोने वाला कोई नहीं॥
कल बाग़ जो था फूलो से भरा,
इठलाती हुई चलती थी हवा।
उस सम्बल गुल का जिक्र क्या,
है ख़ाक दरेबा कुछ भी नहीं॥
ऐ बिन्दु क्यों नाहक रोता है,
तू होगा फ़ना इस बाग़ में कल।
रोना तेरा बेकार है सब,
मिट्टी में भरोसा कोई नहीं॥
🚩श्री निरंजनी अद्वैत आश्रम भाँवती🙏🏻
🎙️डिम्पल भूमि Dimpal Bhumi